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बेनाम रिश्ते …

Hum bhi kuch kahen....
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आज की इस मतलबी दुनिया में कुछ लोग आपको इतने अच्छे मिल जाते हैं की जिनसे कोई रिश्ता न होते हुए भी अपने से लगते हैं ! उनसे हम अपने दिल की हर बात कहते हैं और वो हमें जरुरत पड़ने पर हौसला अफजाई भी करते हैं … अपने इस मंच को ही ले लीजिये यहाँ हम किसी को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते फिर भी सबकी ख़ुशी और दुःख में साथ निभाते हैं …. कोई कभी कुछ समय दिखाई न दे तो चिंता हो जाती है ! बिना किसी स्वार्थ के एक दूसरे की मदद को हमेशा तैयार रहते हैं …. मेरी ये रचना उन सभी को समर्पित  है  जिन्होंने मुझे यथासंभव प्यार और सम्मान दिया ….


कुछ रिश्ते बेनाम होते हैं

लेकिन बड़े ही ख़ास होते हैं

पास न होकर भी पास होते हैं

जिंदगी के कारवां में हर पल

बिना मांगे ही साथ देते हैं

गम के अंधेरों के दरमियान

रौशनी का अहसास देते हैं

हमारे दिल की हर बात को

बिना कहे ही समझ लेते हैं

बिना किसी निज स्वार्थ के ही

दिल से रिश्ता निभाए जाते हैं

जहाँ खून के रिश्ते कभी-कभी

घावों से छलनी किये जाते हैं

वहीँ ऐसे बेनाम रिश्ते ही घावों पर

मरहम का काम किये जाते हैं

ये बेनाम रिश्ते दिल से जुड़े होते हैं

रिश्तों के दुनिया में ऐसे रिश्ते

दिलों के सरताज हुआ करते हैं

दुनिया की नजरो में जो टूट भी गए

फिर भी दिलों में सुरक्षित रहा करते हैं

ऐसे रिश्ते आम नहीं हुआ करते

बहुत ही मुश्किल से मिला करते हैं

एक बार मिल जाएँ तो फिर कभी न

जुदा हुआ करते हैं ………….

*************** प्रवीन मलिक ********************

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